जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप के संस्थापक मासायोशी सोन ने अलीबाबा ग्रुप के बोर्ड से इस्तीफा दिया


जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन के संस्थापक मासायोशी सोन ने चाइनीज ई-कॉमर्स फर्म अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड के बोर्ड से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। मासायोशी ने कहा कि अलीबाबा में किया गया निवेश उनका अब तक का सबसे सफल निवेश है।
जैक मा के सॉफ्टबैंक ग्रुप छोड़ने के कारण दिया इस्तीफा
टोक्यो में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए मासायोशी ने कहा कि जैक मा के सॉफ्टग्रुप छोड़ने के कारण उन्होंने अलीबाबा के बोर्ड से इस्तीफा दिया है। जैक मा चीनी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक हैं और मासायोशी सोन के करीबी बताए जाते हैं। जैक मा ने बीते मई महीने में सॉफ्टबैंक ग्रुप के बोर्ड से इस्तीफा दिया था। हालांकि, मा ने अपने इस्तीफे की वजह नहीं बताई थी।
सोन ने अलीबाबा में किया था 20 मिलियन डॉलर का निवेश
वर्ष 2000 में सोन ने अलीबाबा में 20 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। 2014 में जब अलीबाबा बाजार में आई तो सोन का यह निवेश बढ़कर 60 बिलियन डॉलर का हो गया था। इसमें से सॉफ्ट बैंक ने कुछ शेयर बेच दिए थे। लेकिन अभी भी बैंक की अलीबाबा में 25.1 फीसदी हिस्सेदारी है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, इस समय अलीबाबा में सॉफ्टबैंक का निवेश बढ़कर करीब 600 बिलियन डॉलर का हो गया है। सॉफ्टबैंक अभी भी अलीबाबा का सबसे बड़ा निवेशक है।
आगे भी जारी रहेगा निवेश
सोन ने निवेशकों के सामने पारंपरिक तौर से वार्षिक प्रजेंटेशन की शुरुआत की। सोन ने कहा कि महामारी के दौरान आर्टिफिशनल इंटेलीजेंसी (एआई) का प्रयोग बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बाइटडांस के स्वामित्व वाली टिकटॉक, अलीबाबा और ब्रिटिश चिप डिजाइनर फर्म आर्म लिमिटेड में निवेश जारी रहेगा। सोन ने कहा कि सॉफ्टबैंक के शेयरधारकों की वैल्यू बढ़कर 218 बिलियन डॉलर हो गई है और मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर दोगुना से ज्यादा हो गया है।


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सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन के संस्थापक मासायोशी सोन और अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा को एक-दूसरे का करीबी बताया जाता है।


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